गोरखपुर में खबरों के ठेकेदारी का तिलिस्म टूट रहा है । सबसे मजे की बात यह है कि जिस प्रेस क्लब से खबरों की ठेकेदारी ली जाती थी वहीं से टूट भी शुरू हो चुकी है । प्रेस क्लब में हुई जूतम पैजार में मार कुटम्मस खाये दुर्गेश यादव ने प्रेस क्लब अध्यक्ष मार्कण्डेय मणि और जगदंबा त्रिपाठी समेत पाँच छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है । कैंट पुलिस ने प्रेस क्लब की उस डीवीआर को अपने कब्जे में ले लिया है जिसमे मार कुटम्मस की घटना कैद है । ये खुलासा तो बहुत पहले कर दिया गया था कि यदि कोई पत्रकार इन ठेकेदारों की अनदेखी कर अपनी ख़बर चलाता था तो उसे बाइज्जत प्रेस क्लब तलब कर लिया जाता था । फरमान सुनाया जाता था कि फलां खबर चलनी है और फलां नही । मान गए तो ठीक नही तो लात जुत्ता और गाली ! कथित पत्रकार का तमगा मिलेगा वो अलग से । अभी कुछ महीने पहले ही एक सामाजिक कार्यकर्ता को प्रेस क्लब के एक मठाधीश ने हरकाऊ फोन कर सिर्फ इसलिए हड़काना शुरू कर दिया था क्योंकि उस सामाजिक मानुस ने एक बड़े अस्पताल की अनियमितता की कंप्लेन कर देने की गुस्ताखी कर दी थी । पता चला कि कुछ समय पहले अस्पताल की ख़बर चलाने पर एक पत्रकार को प्रेस क्लब में ही बंद कर पीट दिया गया था ।
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https://www.systemkasach.in/2024/06/04/godi-media/press-club-me-kutaayi/