गोरखपुर: मऊ के पत्रकार रामानंद मिश्रा ने जरिये शपथ पत्र तमाम अधिकारियों से लगायत मुख्यमंत्री तक शिकायत भेजते हुए दावा कर सनसनी मचा दी है कि उत्तर-प्रदेश राज्य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ लिमिटेड यानि यूपीसीएलडीएफ में तैनात एक्स.ई.एन. फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी कर रहे हैं ।यूपीसीएलडीएफ आज एक बार फिर सुर्खियों में हैं क्योंकि इस बार विभाग में तैनात दो एक्सीएन के कारनामे की वजह से यूपीसीएलडीएफ की चर्चा हो रही हैं। दरअसल गोरखपुर और आगरा में तैनात दो एक्सीएन पर फर्जी डिग्री के जरिए नौकरी हासिल करने का सनसनीखेज आरोप लगा है। मऊ के पत्रकार रामानंद मिश्रा ने दोनों एक्सीएन के फर्जीवाड़े को उजागर करते हुए इस बात का खुलासा किया है। पत्रकार का दावा है कि यूपीसीएलडीएफ गोरखपुर के एक्स.ई.एन.अतुल श्रीवास्तव ने फर्जी डिग्री के जरिए नौकरी हासिल किया है। अतुल श्रीवास्तव ने दूरस्थ शिक्षा से साल 2007 में जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ बीटेक की डिग्री ली थी। जबकि फर्जीवाड़े के कारण ए.आई.सी.ई.टी. द्वारा कुछ साल पहले 4 डीम्ड यूनिवर्सिटी की मान्यता रद्द की थी जिसमें जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ शामिल है।
इसके साथ ही पत्रकार रामानंद मिश्रा ने बरेली के एक्स.ई.एन सुधीर कुमार की डिग्री को फर्जी बताया है। पत्रकार ने एक्सीएन सुधीर कुमार पर दयालबाग आगरा के बीटेक से फर्जी डिग्री लेने का आरोप लगाया है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि पत्रकार के खुलासे और इसकी राज्यपाल और सीएम समेत विभागीय मंत्री और अधिकारियों से शिकायत के बाद भी अभी तक आरोपी एक्स.ई.एन पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गयी है जो समझ से परे हैं।