गोरखपुर : सन 2010 से बगैर किसी सहयोग के मात्र अपनी इच्छाशक्ति के बल पर मैं भ्रष्टचारियों से लोहा लेता रहा और फ़िलहाल पिछले लगभग पांच वर्षों से पत्रकारिता के बल पर अब भ्रष्टचारियों से दो दो हाथ चल रहा है । इतनी लड़ाईयों के बाद मेरी व्यक्तिगत राय यही बनी कि भ्रष्टाचारी भी गजब के ढीठ होते हैं । या यूँ कहें कि कोई यूँ ही भ्रष्टाचारी नही बन जाता, बल्कि मक्कारी, बेइमानी, नमकहरामी, फरेब तथा विश्वासघात सब को मिलाकर तैयार किये गए एक अद्भुत घोल का नियमित सेवन करने वाला ही सही मायनों में भ्रष्टाचारी कहलाता है । गोरखपुर के स्वास्थ्य महकमे में संगठित तौर पर किये जा रहे भ्रष्टाचार का सबूतों सहित खुलासा होने पर जाँच और कार्यवाही की सुगबुगाहट तेज होते ही जाँच में दोषी पाए गए और जाँच का सामना करने वालों के बीच जबरदस्त खलबली मची हुई है । खलबली इतनी जबरदस्त है कि पार्ट 4 में होने वाले खुलासे से पूर्व ही बेचैन भ्रष्टचारियों ने सिस्टम वेबसाइट मीडिया को लीगल नोटिस भेजते हुए खबर न प्रसारित करने की चेतावनी भरी धमकी दी है ।ये चेतावनी और धमकी देने वाले महानुभाव जिला अस्पताल के एसआईसी राजेन्द्र कुमार तथा लैब तकनीशियन वी बी सिंह और शेष चौधरी हैं । पिछले लगभग 20 दिनों से इस खुलासे पर एक शब्द न बोलने वाले उपरोक्त सभी महानुभाव कल शाम एक्टिव तब हुए जब इस मसले को आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश के डी जी हेल्थ के सामने 20 अगस्त 2024 को रखा । आस के पदाधिकारियों तथा डी जी हेल्थ के बीच मसले से संबंधित बिंदुओं के साक्ष्यों के अवलोकन में तीन घंटे का समय लगा तब जाकर शासन द्वारा कार्यवाही की तैयारियाँ शुरू की गई । इसकी भनक लगते ही भ्रष्टाचार करने के प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए राजेन्द्र कुमार तथा तत्कालीन मंडलायुक्त की जाँच में भ्रष्टाचार के दोषी पाए गए वी बी सिंह तथा इनके सेवक व सहयोगी शेष चौधरी ने सिस्टम वेबसाइट मीडिया को कल शाम लगभग सात बजे बिल्कुल एक जैसा तीन अलग अलग लीगल नोटिस भेजा है ।
दूसरी तरफ महिला जिला अस्पताल में 25 सालों से जमे लैब तकनीशियन वी बी सिंह के भ्रष्टचार तथा कदाचार से जुड़े मसले पर मौजूदा विधायक द्वारा डिप्टी सी एम बृजेश पाठक को लिखा तथा डिप्टी सी एम द्वारा डी जी हेल्थ को कार्यवाही के लिए संस्तुति किया गया पत्र भी सिस्टम वेबसाइट मीडिया के हाथ लग चुका है । सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि डी जी हेल्थ के कार्यालय में वी बी सिंह का खासमखास बाबू संजय वर्मा वी बी सिंह के खिलाफ प्राप्त सभी कार्यवाही तथा शिकायती रिपोर्टों को दबा देता है जिसकी जाँच भी खुल चुकी है ।
एस आई सी राजेन्द्र कुमार वी बी सिंह तथा शेष चौधरी द्वारा सिस्टम वेबसाइट मीडिया को भेजा गया लीगल नोटिस पढ़े
Gmail – __विषय___ अवैध धमकी एवं ब्लैकमेलिंग के संदर्भ में कानूनी नोटिस
पत्रकार द्वारा नोटिस के जवाब में प्रेषित प्रतिउत्तर