गोरखपुर : कहते हैं चिराग तले अंधेरा ! पूरे प्रदेश की बात छोड़िये क्योंकि अब गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के आस पास के क्षेत्रों में ही पुलिसिया मिलीभगत से अवैध बूचड़खानों की दुकानें बेधड़क चल रही है । पुलिस को शिकायत देने पर वो इन शिकायतों पर फर्जी रिपोर्ट लगा देती है । रिपोर्ट छोड़िये बल्कि पुलिस तो शिकायतकर्ताओं को धमकाने का सिलसिला भी शुरू कर देती है । गोरखनाथ थानाक्षेत्र में बेलाल मस्जिद के पास अड्डा जमाये सोनू भोनू और छावनी कब्रिस्तान वाली मस्जिद के पास अपना अड्डा एस्टबलिश करने वाला सिराज अवैध बूचड़खानों का सबसे बड़ा संचालक हैं जो पुलिसिया संरक्षण में फल फूल रहे हैं । बेलाल मस्जिद के पास “सवाशेर” की दुकान पर रोजाना बड़े की बिरयानी पुलिसिया संरक्षण में बेखौफ बेची जा रही है ।
जब बात बढ़ी तो पुलिस ने एक ही दिन में छापेमारी कर 17 जिंदा और एक कटा जानवर मामले पर पर्दा डालने की नीयत से बरामद भी कर लिया । लेकिन सवाल यह है कि अगर अवैध बूचड़खाने नही चल रहे हैं तो कहाँ से इतनी बड़ी बरामदगी हो गयी ? बहरहाल कोतवाली गोरखनाथ तथा तिवारीपुर थानाक्षेत्र में अवैध बूचड़खानों का यह धंधा पुलिस संरक्षण में खूब फल फूल रहा है । पुलिसिया संरक्षण में चल रहे इस खेल को हिडन कैमरे के जरिये उजागर किया गया है जिसके बाद जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी है
पुलिसिया संरक्षण में संचालित अवैध बूचड़खानों सारा खेल नीचे दिए गए लिंक में समाहित है ।