गोरखपुर : जर्नलिस्ट प्रेस क्लब गोरखपुर के अंदरखाने में चल रही कलह पहले ही पटका पटकी से लेकर मुकदमेबाजी तक पहुँच चुकी थी । अब यह पटका पटकी जूतमपैजार की गलियों से गुजरती हुई धमकी तक और यह धमकी मुकदमेबाजी की ख़ातिर फिर से थाना कैंट तक पहुँच चुकी है । मामले में मुकदमा दर्ज भी हो गया है लेकिन अब भी भोगतंत्र के चौथे खम्भों के बीच जबरदस्त कुकुरझांव मची हुई है ।
बताया गया है कि प्रेस क्लब के पुस्तकालय मंत्री हरेंद्र दूबे को मोबाइल नंबर 6307683008 से व्हाट्सएप्प कॉल कर जान माल की धमकी दी गयी है । फ़िलहाल पुस्तकालय मंत्री जी इतना डरे सहमे हुए हैं कि पुस्तक वुस्तक फेंक फांक थाना कैंट से सुरक्षा मांग रहे हैं । अब पुस्तकालय मंत्री जी सोच रहे हैं कि उन्होंने बतौर पत्रकार आज तक कोई ऐसी खबर तो चलाई ही नहीं जिसकी वजह से धमकी,थाना,मुकदमा,जेल,जमानत की नौबत आये । तो फिर ये धमकी मिली क्यों ? तो पता चला है कि जिस नंबर से व्हाट्सएप्प कॉल पर धमकी दी गयी वो नंबर किसी पत्रकार श्रीवास्तव जी का बताया जा रहा है । लेकिन धमकी श्रीवास्तव जी ने नही बल्कि उनके मोबाइल से जबरदस्त मारक क्षमता रखने वाले ऐसे कारक ने दी है जो प्रेस क्लब पर सदैव अपना साम्राज्य स्थापित किये रहने की प्रबल इच्छा संजोए बैठे हैं ।अपनी इस इच्छापूर्ति के लिए “मारक बाबा” फ़िलहाल अपनी मारक क्षमता का खुलकर उपयोग कर रहे हैं लेकिन इस बार विरोधी भी बड़ा ढीठ टाइप का रवैय्या अख़्तियार किये हुए हैं औऱ मारक बाबा की कुर्सी का पाया छटकाने में जी जान से लगे हुए हैं ।
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