रायबरेली से रायबरेली एक्सप्रेस चल चुकी है और उम्मीद हैं कि थोड़ी ही देर में प्रदेश से लेकर देश तक सभी लोग थोड़ी ही देर में इस जिले में घटी घटना की सुर्ख़ियोंसे सराबोर होने लगेंगे ।
बात इतनी सी है कि यहाँ भी एक फरियादी को जेल हो गई।
मांगी थी मदद, और रचना मौर्य पहुंच गई जेल।
मतलब रायबरेली में मैनपुरी से ज्यादा बड़ा कांड हो गया और मदद की गुहार लगाने वाली महिला 6 दिन के लिए पहुँच गयी जेल ।
कुसूर वही, राजाओं महाराजाओं से तेज आवाज में बात करना और आलमपनाह और शहनशाह की शान ओ शौकत में बदजुबानी कर गुस्ताखी से पेश आना । लिहाजा मुगलिया सल्तनत के सरताज ने ताजीराते हिन्द की दफा “हिटलरशाही” के तहत महिला को 6 दिन कैद बामुशक्कत की सजा सुनाई है ।
बताया जा रहा है कि एक पीड़ित और परेशान महिला रचना मौर्य अपनी फरियाद लेकर पुलिस अधीक्षक रायबरेली के ऑफिस जाती है। वहां उसकी बात नहीं सुनी जाती। पहले भी कई जगहों पर शिकायत के बाद उसकी नहीं सुनी गई तो महिला ने आप खो दिया। जोर जोर से बोलने लगी। आला हाकिमों को तेज आवाज वो भी जनता की, बिल्कुल पसंद नहीं। तमाम इल्ज़ाम लगाकर रचना मौर्य को इस भीषण ठंड में जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया। रचना मौर्य को मदद की बजाय उन्हें जेल मिली। नौकरशाही मदमस्त है। लखनऊ तक इनकी शिकायतें भी अगर पहुंचती है तो आकाओं के माध्यम से सरकार तक बातें ट्विस्ट करके भेज दी जाती है। इसलिए न मैनपुरी वाले पर कोई कार्रवाई हुई न रायबरेली में किसी सीनियर अधिकारी ने पूछा कि रचना मौर्य नाम की इस गरीब पीड़ित महिला को जेल भेजना इतना जरूरी क्यों था ? मामला यह था कि रायबरेली में हत्या के एक आरोपी जिसके खिलाफ सबूत था उसको बचाने के लिए पुलिस ने खुद अपने जान की बाजी लगा रखी थी। दूसरे जिले में केस को ट्रांसफर कर दिए थे। हत्या करने वाला जेल से बच गया था इसलिए जाहिर सी बात है कि महिला अपना आपा खो चुकी थी । लेकिन “धरती के भगवान”, मतलब जिले के कप्तान साहब कहते हैं कि महिला ने तेज आवाज में बात की और पुलिसवालो से अभद्रता की थी । ठीक है धरती के परमेश्वर साहब, मान लिया कि यह घनघोर अपराध महिला ने किया होगा, लेकिन तेज आवाज में बात करना गालियाँ बकना और अभद्रता की सभी सीमाओं को लाँघ जाने जैसी हरकतें तो अक्सर वर्दी भी करती दिखाई देती है तो फिर उन्हें जेल क्यों नही भेजते ? अपने कानपुर वाले डी एस पी साहब को ही देख लो । शादी का झांसा देकर बलात्कार किये बैठे हैं फिर भी लखनऊ में ए सी चैम्बर मिला है उन्हें !
इस मामले में एस पी रायबरेली साहब का वक्तव्य भी सुनने मर लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें ।
https://x.com/raebarelipolice/status/1867162152785543512?t=_yA2ecEY9OsLY5cv1Ndgwg&s=08