रिटायरमेन्ट से ठीक पहले डूबने से बचे…दूबे जी !

गोरखपुर : 13 दिसंबर 2024 को गोला थानाक्षेत्र जनपद गोरखपुर में हुई झिनकू दुबे की हत्या में हत्यारों को बचाने के लिए लगाई गई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर फँसते नजर आ रहे हैं । 100 बेड हॉस्पिटल गोरखपुर के डॉक्टर मेजर विपिन जनार्दन राय पर परिजनों का यह आरोप है कि डॉक्टर साहब ने 15 लाख रुपये की एवज में मृतक झिनकू दूबे के पोस्टमार्टम रिपोर्ट की माँ बहन कर दी है । डॉक्टर साहब ने अपने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में झिनकू दुबे के शरीर के कई हिस्सों में फ्रैक्चर दिखाया है लेकिन कमाल की बात यह है कि इन डॉक्टर साहब को झिनकू दुबे की लाश पर कोई बाहरी चोट के निशान नही मिले हैं ।

मतलब कि डॉक्टर साहब ने अपने रिपोर्ट के जरिये यह बताने की नाकाम कोशिश की है कि अंदर फ्रैक्चर तो तमाम है लेकिन ये फ्रैक्चर बगैर किसी चोट के हुए हैं क्योंकि डॉक्टर साहब को शरीर पर कोई चोट के निशान नही मिले हैं । उसके बाद डॉक्टर साहब ने बिसरा प्रिजर्व कर सारा दारोमदार लखनऊ के विधि विज्ञान प्रयोगशाला पर डाल दिया है । पोस्टमार्टम जाँच पर उंगली उठाने वाले परिजन लगातार सीएमओ गोरखपुर से जाँच की मांग कर रहे थे लेकिन दुबे जी टस से मस नही हो रहे थे, क्योंकि दुबे जी अपने रिटायरमेंट की शुकुन भरी वादियों में अभी से खोए हुए हैं । पता चला है कि दुबे जी अभी हसीन ख्वाब में डूबे हुए ही थे कि डिप्टी सीएम के एक फोन ने उनका सारा मिजाज बिगाड़ दिया है ।

सारे हसीन ख्वाब छोड़कर दुबे जी जाँच की चिट्ठी टाइप कराने लगे और अब आनन फानन में जाँच भी शुरू कर दी गई है । अच्छा भी है यदि जाँच सही से हो जाये तो मृत आत्मा को शांति मिलेगी अन्यथा भटकती आत्माओं का कौन भरोसा ? कब किस पीपल, बरगद के नीचे चांप दें !

पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखने के लिए नीचे क्लिक करें…

पोस्टमार्टम रिपोर्ट

 

By systemkasach

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