गोरखपुर : ये अखबार वाले भी कभी इश्क की उम्मीद टूटने नही देते… अक्सर छापते है कि दो बच्चों की अम्मा प्रेमी के साथ फरार ! ये बात और है कि दूसरे पर उंगली उठाने वाले इन अख़बारी दलालों ने गांव कस्बों में प्रतिनिधि के नाम पर हर कोने में पक्के वसूलीबाज नियुक्त कर रखे हैं । चौरीचौरा का एक ऐसा ही “अख़बारी वसूलीबाज” है जो अस्पतालों क्लीनिकों से लेकर हर चौक चौराहे पर जमकर वसूली करता रहा है । इसकी वसूली से तंग आकर स्थानीय कुछ लोगों ने इनका क्रियाकर्म करने के लिए “सिस्टम वेबसाइट मीडिया” से संपर्क किया है । इन्ही महोदय पर एक स्थानीय महिला ने बलात्कार का आरोप मढ़ते हुए कप्तान साहब को तहरीर भी दे दी है । काफी दिन से पत्रकार साहब का महिला के पास आना जाना लगा रहता था । फ़िलहाल अख़बारी जगत को सांप सूंघ चुका है । 504, 506, आईपीसी में दर्ज मुकदमे और फर्जी तहरीरों को सनसनीखेज बनाकर अपने अखबार रंगने वाले दलालों को अब तक इस गंभीर अपराध से जुड़ी ख़बर छापने की जरूरत महसूस नही हुई है… क्योंकि यह गंभीर आरोप किसी और पर नही बल्कि अपने ही घर के “दलाल बिरादर” पर लगा है ।
मैं भी सोचता हूँ कि दैनिक अखबार के इस पत्रकार (प्रतिनिधि) का नाम फोटो के साथ छाप ही दूँ ! तो इसका नाम है…???? चलो छोड़ो जाने दो यार….क्योंकि महज आरोपों और मुकदमे के मजमूनों पर ख़बर छापना “अप्रत्यक्ष दलाली का प्रत्यक्ष प्रमाण” कहलाता है…और वैसे भी दूसरों के कंधे पर बंदूक रखकर चलाना तो पांडेय जी की आदत है ! अब ई पांडेय जी कौन हैं भाई ????