गोरखपुर : गोरखपुर के डिस्ट्रिक्ट जज तेज प्रताप तिवारी इलाहाबाद हाइकोर्ट में न्यायाधीश नियुक्त होने वाले थे । पैनल में इनका नाम भी आ चुका था, बधाईयाँ का तांता भी लगा और खबरें भी छप चुकी थीं ..लेकिन अचानक शपथग्रहण से पहले ही इनका तथा एक अन्य न्यायाधीश महोदय का नाम पैनल से बाहर कर दिया गया । अब गोरखपुर के डिस्ट्रिक्ट जज साहब को रमाबाई नगर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट का जनपद न्यायाधीश बना दिया गया है । गोरखपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के नए जनपद न्यायाधीश अब अनिल कुमार झा होंगे ।
चर्चाओं का बाज़ार गर्म है और बतकही चल रही है कि गोरखपुर जनपद न्यायाधीश रहते हुए श्री तिवारी पर नवनिर्मित कोर्ट भवन के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे । यह आरोप यूपी बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष द्वारा लगाया गया था । पूर्व अध्यक्ष द्वारा इस प्रकरण पर अपनी बाइट एक पत्रकार को दी गयी थी और उस पत्रकार ने इन सम्बन्ध में डिटेल खबर का प्रसारण भी किया था । ख़बर प्रसारित होने के बाद खबर प्रसारित करने वाले न्यूज़ पोर्टल के पत्रकार को भी टारगेट किये जाने की बात सामने आई थी.. इसलिए निशाना बनाये गए पत्रकार ने इस मामले को इलाहाबाद हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से लेकर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश तक सप्रमाण पहुँचा दिया था । हालांकि जिले के भ्रष्टाचारियों तथा पत्रकारिता के कौरवों को यह बात अच्छी तरह पता है कि उस वक्त निशाना बनाया गया पत्रकार कौन था !
बहरहाल, हालात बता रहे हैं कि, वर्तमान हालात में भारतीय न्यायपालिका अपनी साख तथा छवि को लेकर काफी सजग हो चुकी है तथा न्यायपालिका की गरिमा को बनाये रखने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है । होना भी चाहिए… क्योंकि “आई विल सी यु इन कोर्ट” जैसी धमक पैदा करने वाली लाइन अब भी न्यायपालिका के जीवित और सुरक्षित होने का प्रत्यक्ष प्रमाण है ।