गोरखपुर : खबर है कि गोरखपुर के बड़हलगंज क्षेत्र में इलाज के दौरान एक बच्चे की हुई मौत के मामले में अब जाँच बैठा दी गई है । शिकायतकर्ता का दावा है कि बच्चे का इलाज करने वाले कथित डॉक्टर ए.एन. चौबे के पास बच्चों का इलाज करने के लिये अनिवार्य चिकित्सीय अहर्ता नही है । घटना बड़हलगंज के ओम साई नाथ चाइल्ड हॉस्पिटल बड़हलगंज की है जहाँ नवंबर 2024 मे इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई थी । इतना हीं नही, बल्कि इलाज के नाम पर बच्चे के परिजनों से एक लाख तीस हजार रुपये वसूले जाने का भी आरोप लगाया गया है ।
बताया जा रहा है कि स्थानीय मीडिया ( विशेषकर अख़बारी पत्रकारों ) को कथित डॉक्टर साहब ने नमक हलाली का इतना अच्छा खासा पाठ पढ़ा रखा है कि… इस मामले में जाँच बैठने के बाद तमाम स्वयंभू कथित पत्रकारों ने परिजनों पर इस मामले को मैनेज करने का अनर्गल दबाव बनाना शुरू कर दिया हैं । इन परिस्थितियों से तंग आकर शिकायतकर्ता ने सिस्टम वेबसाइट मीडिया से संपर्क किया है तथा कथित पत्रकारों द्वारा बनाये जा रहे दबाव के विषय में विस्तार से बताया है ।
अब परिजनों को मैं ये बात कैसे समझाऊं कि पत्रकारिता का चोला ओढ़े बैठे, गिद्ध रूपी दलालों को बेनकाब करते-करते इनकी आंखों का मैं सबसे बड़ा लट्ठा बन चुका हूँ । अपनी कलम की स्याही से लोकतंत्र के चौथे खम्भे पर कालिख पोतने वाले आज तक यह बात नही समझे हैं कि सबसे ज़लील और बुरा इंसान वो है… जिसे हक़ और सच के बारे में पता हो, और फिर भी वो झूठ और मक्कारी के साथ खड़ा हो । बहरहाल,जब लीडर ही गिद्ध हो..तो मुर्दा खाना मुक़द्दर बन ही जाता है ।
नीचे कथित पत्रकार साहब के मैनेज वार्तालाप का ऑडियो संलग्न है…सुनें और नैतिक शिक्षा ग्रहण करें !