लखनऊ : सूचना आयोग लखनऊ का माहौल में इस वक्त गहमा गहमी से भरा है । सूचना आयुक्त नदीम के साथ हुए जूता कांड के बाद एक से बढ़कर एक शॉट लगते चले जा रहे हैं । अब एक नए शॉट के तहत मोहम्मद नदीम द्वारा सूचना मांगने वाले कार्यकर्ताओं को ब्लैकमेलर बताए जाने के बाद माहौल गरम हो चला है । जानकारी के अनुसार आरटीआई कार्यकर्ताओं को आज ब्लैकमेलर और लकड़ीबाज की पदवी से नवाजने वाले मोहम्मद नदीम खुद कभी एक आरटीआई कार्यकर्ता हुआ करते थे और इन्होंने सूचना आयुक्त बनने से पहले बतौर आरटीआई कार्यकर्ता उत्तराखंड में खुद कई लकड़ियां लगा रखी थी ।
सूचना आयुक्त बनने से पहले मोहम्मद नदीम एक वरिष्ठ पत्रकार थे । उन्होंने अपने पत्रकारिता यात्रा की शुरुआत 2013 में की थी । 13 मार्च 2024 को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मोहम्मद नदीम को राज्य सूचना आयुक्त के पद की शपथ दिलाई थी । उनकी नियुक्ति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में गठित चयन समिति की सिफारिश पर हुई थी ।
आज सूचना आयुक्त बनते ही मोहम्मद नदीम ने सूचना मांगने वालों को ब्लैकमेलर बता कर नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है । सूचना मांगने वाले 84 लोगों की सूची जारी कर मोहम्मद नदीम ने उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं । इस सूची में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर समेत कुछ अधिवक्ताओं का भी नाम है । इस बात से आक्रोशित एक तरफ लखनऊ में अधिवक्ताओं ने मोहम्मद नदीम का पुतला अरथी पर सजाकर फूंक दिया है तो दूसरी तरफ अमिताभ ठाकुर ने मोहम्मद नदीम को लीगल नोटिस भेज दिया है