गोरखपुर : एक कहानी सुनाता हूँ…गौर से सुनिए ! कहानी अहंकार से लबरेज एक ऐसे व्यक्ति की है जो नियम कानून को अब तक अपने ठेंगे पर रखता रहा । अहम इतना कि जब चाहे किसी के भी खिलाफ फर्जी मुकदमा एक इशारे पर दर्ज कराता रहा । लेकिन आज जब एक फर्जी मुकदमा सुप्रीम कोर्ट की दहलीज से वापस होता हुआ हाइकोर्ट वापस आया तो उस मगरूर इंसान के तोते उड़ गए ।
पिछले कई सालों में शहर भर के तमाम अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्यवाही कराने वाले जमशेद जिद्दी ने पादरी बाजार के कुछ अवैध निर्माणों की शिकायत जीडीए से की थी । प्रमाण मिले थे कि दस पंद्रह साल पूर्व बन चुके इन निर्माणों से नक्शे के नाम पर जीडीए कर्मियों ने जाँच के नाम पर खूब वसूली की और जिन्होंने वसूली देने से इंकार किया उसके खिलाफ कार्यवाही कर दी गयी । कुछ दिनों बाद पादरी बाजार के क्षेत्र में ही जब एक स्वयंभू नेताजी के रिश्तेदार का मकान नक्शे के विपरीत बनना शुरू हुआ… तब जीडीए ने चुप्पी साध ली… और जब दबाव पड़ा तब जाकर उस निर्माण को अवैध बताते जीडीए ने शाहपुर पुलिस को निर्माण रोकने का आदेश जारी कर निर्माणकर्ता के खिलाफ वाद दर्ज कर लिया । लेकिन नेता जी खिलाड़ी आदमी थे… सो उन्होंने शिकायतकर्ता पर दबाव बनाने की नीयत से शिकायतकर्ता जमशेद पर ही मुकदमा दर्ज करा दिया और सब कुछ जानते हुए भी शाहपुर पुलिस ने जमशेद के खिलाफ मुकदमा दर्ज भी कर लिया ।
बात यहीं इसलिए बिगड़ गई क्योंकि शाहपुर पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को फिर से दरकिनार कर…एक दफा फिर एक सिविल मामले को क्रिमिनल मामले का रूप दे दिया था । नेता जी समझे थे मामला यहीं खत्म हो गया लेकिन जब यह मामला सुप्रीम कोर्ट की दहलीज से लौटता हुआ हाइकोर्ट की दहलीज पर पहुँचा तब हाइकोर्ट के दखल के बाद जीडीए ने आनन फानन में स्वयंभू नेता जी के रिश्तेदार का नक्शे के विपरीत बन रहा निर्माण आज सील कर दिया ।
लेकिन अभी भी मामला यहां खत्म नही हुआ बल्कि अभी और कुछ ऐसे पेंच बाकी हैं… जो हाइकोर्ट में लंबित हैं और जिनपर आने वाले वाले समय मे बड़ी कार्यवाही की संभावना है । फर्जी मुकदमा लिखाने के अंजाम को अब समझिए स्वयंभू नेता जी ! क्योंकि इस फर्जी मुकदमे की वजह से इस मामले का स्वरूप अब बड़ा विस्तृत हो चुका है… और साथ ही यह विषय भी अब जाँच के लिए बड़ा विस्तृत स्वरूप अख्तियार कर चुका है । दूसरी तरफ “भारतीय प्रेस परिषद” ने भी “सिस्टम वेबसाइट मीडिया” के संपादक जमशेद के खिलाफ दर्ज किए गए फर्जी मुकदमे का संज्ञान ले लिया है ।