आजमगढ़ में DM साहब द्वारा इंजीनियर की पिटाई का मामला प्रोपगैंडा लगता है… कहानी में बड़ा “झोल झपाट” है !

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के डीएम IAS रविंद्र कुमार पर इंजीनियर की डंडों से पिटाई का आरोप, संबंधित मामला इस वक्त मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा है । कई लोगों ने तो डीएम के खिलाफ जाँच और निलंबन की मांग भी कर डाली है लेकिन मामले की हक़ीक़त तो कुछ और ही कहानी बयां कर रही है । आजमगढ़ से स्थानीय लोगों से मिल रहे तमाम फीडबैक बता रहे हैं कि वो डीएम साहब की कार्यशैली से बड़े संतुष्ट हैं ।

इंजीनियर की पिटाई के मामले में वहीं का एक स्थानीय पत्रकार लिखता है कि “DM साहब के खिलाफ यह पूरी खबर गलत चल रही है । बताया जा रहा है कि DM और SP घाघरा नदी के किनारे बाढ़ क्षेत्र का दौरा करने गए थे । एज स्थानीय पत्रकार भी वहीं मौजूद था । निरीक्षण के दौरान बाढ़ खंड के XCN साहब लापता थे और वो अक्सर जिले में रहते भी नही हैं । बिना सूचना गायब रहने वाले इंजीनियर साहब को DM ने बुलाकर डांटा तो इंजीनियर साहब मीडिया में प्रोपेगेंडा फैलाने लगे । पत्रकार ने लिखा है कि एक महीने बाद बाढ़ आने वाली है । और बाढ़ खंड के अफसर आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे रहते हैं । हर साल इनके भ्रष्टाचार बांध टूटता है और हजारों घर बेघर होते हैं और लेकिन ये इंजीनीयर बाढ़ के मौसम में लापता रहते हैं। जब कोई अधिकारी इनको टोकता है तो ये अधिकारी के खिलाफ प्रोपगैंडा फैलाते हुए राजनीति करना शुरू कर देते हैं “

जहाँ एक तरफ आजमगढ़ के अधिशासी अभियंता अरुण सचदेव द्वारा डीएम आजमगढ़ आईएएस रवीन्द्र कुमार पर डंडों से पिटाई के आरोप लगाए जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि यदि “यह समाचार ठीक है तो बहुत दिनों के बाद आजमगढ को एक कड़क कलेक्टर मिला है । वैसे कलेक्टर को गुस्सा क्यों आया होगा, आप सोच सकते हैं। यूं ही कोई डंडा नहीं उठाता.. इसके पहले वह बहुत सोचा होगा, फिर इंजीनियर साहब को हौंक दिया होगा !”

By systemkasach

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